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टेक्निकल SEO ( Search Engine Optimization )

अगर आपने online marketing और search engine optimization के world अभी-अभी entry की है. तो में आपको recommend करूंगा. कि आप छोटे-छोटे चीजो को learn करिये. आज हम एक बहुत महत्वपूर्ण SEO technique को सिखने जा रहे है. दोस्तों आज के लेख में technical SEO in Hindi में guide किया जाएगा.

बहोत से लोग को “technical” यह नाम पढ़कर और सुनकर ही दर लगता है. की, कही ये critical और पेचीदा कार्य तो नहीं है. इसीलिये में सबसे पहले क्लियर बता देता हूँ. की, नहीं! बिलकुल ऐसा कुछ नहीं है. यह महज एक search engine optimization technique है. जिसके मदत से हम search engine को हमारे blog को ठीक से समझने और crawling करने में मदत करते है. वही दुसरे angle से देखे. तो टेक्निकल एसईओ से हम हमारे blog का user experience बढ़ाते है. जिस्से हमारे blog की सर्च इंजन पर rank करने के chances बढ़ जाते है. चलिये अब technical seo क्या है? इसके बारे में विस्तार से जान लेते है.

What is technical SEO in Hindi –

यह एक सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन का हिस्सा है. जिसके मदत से हम हमारे website को और अच्छी तरह से optimize कर सकते है. जरसल technical SEO यह On-page और off-page ऑप्टिमाइजेशन का combination है. जैसा की, एक content को search engine के according ऑप्टिमाइज़ करके publish करने के बाद. Googlebot अथवा किसी अन्य सर्च इंजन के बोट्स का काम होता है. की उसे crawling करके search results में index करना. तो इस प्रोसेस को पूरा करने के लिए एवं crawling botes को हमारे page तक बिना रुकावट तक पहुचने ने के लिए मदत करना. इसीको technical seo कहते है.



अगर हमारे website अथवा blog में कोई dead link है. जिसे broken link भी कहा जाता है. तो जब कोई visitor उस dead और broken link पर क्लिक करता है. तो उसको जिस page पर जाना है. वो उसपर नहीं जा पता जिससे की bad user experience हो जाता है. वही सर्चबोट्स जब ऐसे page को crawl कर रहे होते है. तो जब उनको किसी page में ऐसे broken link मिल जाते है. तो webmaster tool में 404 error आ जाता है. जिसका मतलब की botes को page to page crawling और suffering करने में रुकावट आयी. जिसके कारण अगर कोई post अपडेट की गयी है. और उसमे ऐसे broken link हे तो उसकी rank फटाक से drop होती है. वही अगर अगर कोई new publish किये हुये web page में ऐसी समस्या है. तो उसकी value कम हो जाती है. और बदलेमे वह webpage काफी दूर rank करता है. तो ऐसे कोई प्रॉब्लम ना हो. इसीलिये technical optomization किया जाता है.

In simple word explanation, जब हम किस website को on-page SEO और off-page SEO से optimize करते है. तो उस website में user experience साथ search bots के crawling and indexing process में कोई भी रुकावट ना आये. इसकी care करने के को ही technical SEO कहते है. ताकि कोई भी वेबसाइट search engine result page में अच्छा perform कर सके. साथ ही किसे भी user को bad experience का सामना ना करना पड़े.



Technical SEO guide in Hindi 

1. Website loading speed 

क्या आपको यह fact पता है. अगर कोई भी website 2.5 second से ज्यादा समय load होने में लेती है. तो 80% users page quite कर देते है. वही Amazon जैसे वेबसाइट 100ms भी देरी करती है. तो उनके 2% के revenue का loss होता है.

सबसे बड़ी बात, google ranking factors मेसे loading speed काफी matter करती है. google ने officially announce कर दिया है. की 3 second से जल्दी load होने वाली website अच्छी rank करेगी.

2. Make sure the website is crawlable –

सबसे पहला basic step यह है. की आपका blog googles search console अथवा अन्य किसी भी webmaster tool में submit किया होना चाहिये. तभी कोई भी webmaster आपके site को search engine में index कर पायेगा.

उसके बाद आप यह check करो. की आपके blog को google के द्वारा index किया जा रहा है? मेरा मतलब post publish करने के बाद, वो search result में आ रहे या नहीं? इसके लिए आप google में “site:example.com” ऐसा keyword डालकर check करो. वहापर आपके सामने जो result आयेगे. उससे आप अंदाजा लगा सकते. I mean ऐसा keyword डालकर enter करने से हम इस बात का पता चलता है. की, हमने जितने post publish किये है उनमेसे search engine में कितने index हुये है.

अगर submitted and indexed numbers से ज्यादा difference नहीं है. तो चिंता का कोई कारण नहीं. पर अगर काफी ज्यादा difference है. तो आप एक बार search console ने crawl error का section जरुर कीजिये.

3 . Robots.txt – 

नाम से ही पता चलता है. की यह एक simple text फाइल है. जिसे हम notepad में लिखते है. परंतु सिर्फ इसका extension simple है. वास्तव में यह किसी भी blog का महत्वपूर्ण हिस्सा है. इसके द्वारा हम webmaster को यह बता सकते है. की कोंसे भाग को index करना हे और कोंसे भाग को no-index करना है. मतलब हम इसके search engine को यह अनुमति देनी है. की कोंसे हिस्से को scan करना है और कोंसे नहीं.

यह काफी जरुरी होता है. क्योंकि हमारे blog में ऐसे  काफी sensetive parts होते है. जिन्हें हम search results में नहीं लाना चाहते. ताकि blog को गोपिनियता बनी रहे. दूसरा कभी भी blog के category और tags को index नहीं करना चाहिए. इससे duplicate content का problem आती है. जिससे ranking भी लो होती है.

4. Duplicate content – 

यह webmaster tool में काफी common error है. पर इससे ranking में बहोत बड़ा loss हो सकता है. जरसल duplicate content का मतलब होता है. की की दो अलग-अलग post में title, meta description और content के कुछ हिस्से में कुछ साम्यता(similarity) हो. तो wemaster tool इसे duplicate content का flag देता है.

यह ज्यादातर एक ही topic पर same और एक से ज्यादा post; tags और category का index होना, या फिर copyrighet content की वजह से होता है. जिसे search engine कंफ्यूज होता है. की कोनसा content original है. और किसीको rank देनी चाहिए.

5. Https redirection –

आज internet के दुनिया में security का काफी बड़ा ट्रेंड है. इसीलिये अपने site पर ssl cirtificate enable करना अनिवार्य है. ऊपर से google भी हमें search console और adsense के जरिये बार-बार संदेश देता  है. की ssl site को https पर redirect करना काफी जरुरी है. उपरसे वे officially भी announce किया है. की, हम https enabled को ranking factor की तरह देखते है.

Google chrome ने 2017 से without SSL certificate वाले website को browser में not secure ऐसा tag दिखाना शुरू किया है. अब technical SEO के नजरिये से हमें इस बात का ध्यान रखना है. की, अगर site पर SSL enable किया है. तो यह बहुत जरुरी है. की, domain http to https ठीक से redirect किया जाना चाहिए. वहापर कोई error नहीं होना चाहिए. साथ कुछ page http और कुछ page https के साथ load हो रहे है. यह भी घातक साबित हो सकता है.

6. Mobile friendly website

जैसे मैंने ऊपर बताया की आज internet पर security का trend है. ठीक उसीप्रकार mobile users की संख्या बहुत ज्यादा है. आपके information के लिए लघभग google पर 60-70% user mobile से आते है.

सभी expertes और बड़े-बड़े company वो मानना है. की आने वाला जमाना mobile users का होने वाला है. तो इतने बड़े market place के लिए हमें अभी से prepare होना चाहिये.

यह बहुत ही जरुरी है. की, आपकी website mobile friendly होनी चाहिए. अगर ऐसा नहीं है. तो आपकी website कभी rank नहीं करेगी. और आप चाहे कितने भी seo कर लीजिये. कोई फायदा नहीं होने वाला है.

इसके लिए बहुत ही simple trick है. की आप mobile friendly theme का इस्तेमाल करो. कुछ themes already मोबाइल अनुकलित होती है. अगर आपको आपकी website already mobile friendly हे यानि check करना है. तो आप इस google test tool की मदत ले सकते हो. दूसरा यह की, अगर ऐसा कोई part है. जो मोबाइल user के लिए optimize नहीं है. तो आप उसे hide करदो. या फिर css code को use मोबाइल स्क्रीन के लिए अनुकूल करदो.

7. Broken links

में इसे शुरुवात में ही बहोत सारा कवर कर चूका हूँ. पर फिर भी में इसे दोबारा बताना पसंद करूँगा.  broken links यानी वो link होते है. जिनका अस्तिव ही नहीं होता. यानी उस लिंक पर क्लिक करने पर user 404 not found page पर चला जाता है.

अगर हमारे कोई post में ऐसे link मौजूद है. तो समझ लीजिये. किसी भी user को उस dead link पर click करता है. तो इससे bad user experience हो जाता है. और google dead link के webpages अथवा post को कभी भी ऊपर नहीं लायेगा. क्योंकि,  वो कभी नहीं चाहेगा, की उसके users को ऐसे bad content provide करे. जिसमे internal links के जगह dead link serve की गयी हो.