Breaking News

क्राउडफंडिंग क्या है और कैसे आपके सपनो को पूरा कर सकते है?

क्या आपने क्राउडफंडिंग क्या है (Crowdfunding in Hindi) के बारे में सुना है? ये किस प्रकार का funding है और आम funding से किस प्रकार अलग है? यदि आप Social Media का इस्तमाल कर रहे हों तब आपने जरुर इस शब्द Crowdfunding क्या है के बारे में कभी न कभी सुना होगा. यह एक बहुत ही innovative idea है किसी startup या company के लिए, या किसी ऐसे काम के लिए जिसमें की funding की जरुरत होती है. और internet के ज्यादा प्रचारप्रसार से यह innovative idea internet के मदद से ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुँच पा रहा है जिससे ज्यादा लोग अब इससे जुड़ने लगे हैं.


Funding के दुनिया में एक बहुत ही परिचित नाम है Crowdfunding. इसके विषय में बहुतों को complete जानकारी नहीं है इसलिए आज मैंने सोचा की क्यूँ न आप लोगों को Crowdfunding क्या है और ये कितना उपयोगी है इसके विषय में जानकारी दूँ जिससे आपको किसी दुसरे को इसके विषय में पूछना नहीं पड़ेगा. तो फिर बिना देरी किये चलिए शुरू करते हैं और जानते हैं की ये Crowdfunding क्या होता है in Hindi.
क्राउडफंडिंग क्या है (What is Crowdfunding in Hindi)
Crowdfunding एक ऐसे practice को refer किया जाता है जहाँ की एक project को सम्पन्न करने के लिए लोगों के समूह से पैसे लिया जाता है. यहाँ जो भी लोग अपने पैसों का investment करते हैं उन्हें ये भली भांति पता होता है की वो कहाँ और क्यूँ अपने पैसों का investment करते हैं. प्राय तोर से ये किसी एक particular cause के लिए ही होता है.

ये पैसों को raise करने का एक ऐसा तरीका है जहाँ की internet और social networking जैसे की Facebook, Twitter या किसी दुसरे crowdfunding-dedicated websites का पूरी तरह से इस्तमाल किया जाता है. ये छोटे छोटे businesses और Startups को improve होने में मदद करती है, इसके साथ इनके विषय में ज्यादा से ज्यादा लोग Social Media के माध्यम से जानेंगे जिससे इनकी investment base, और funding prospects बढेगी.
Crowdfunding एक नयी concept नहीं है क्यूंकि ये हमारे देश में एक दुसरे रूप में पहले से ही मेह्जुद था. उदहारण के तोर पर चंदा, जिन्हें हम किसी पर्व के मौके में अपने आस पास के लोगों से चुनते हैं. जिससे कोई भी सामाजिक काम करने में लोगों को आसानी होती है. इसके साथ इसे films, social causes, और music festivals में भी इस्तमाल में लाते हैं. इसे बहुत से models में समपर्ण किया जाता है जैसे की peer से peer lending.

क्राउडफंडिंग के मुख्य अंग क्या हैं
अगर में Modern crowdfunding model की बात करूँ तो इसके मुख्य रूप से तीन महत्वपूर्ण अंग हैं. जो की हैं Project Initiator, Supporters, Platform. जहाँ पर Project Initiator का काम है की वो propose करे यानि की व्वो लोगों को अपने project के बारे में बताए. वहीँ दूसरा है Supporters जो की या तो individuals हो सकते हैं या फिर groups जिनका मुख्य काम है की बताए गए Idea को सही रूप से समझकर उसे support करना, और तीसरा और अंतिम अंग है सही Platform जो की उस idea को सही लोगों के सामने launch करने का अवसर देता है जिससे ये तीनों अंग मिलकर उस idea को पूर्ण कर सकें.

Types of Crowdfunding भारत में
अगर हम अलग अलग Crowdfunding की बात करें तब भारत में बहुत से प्रकार के Crowdfunding मेह्जुद हैं जैसे की debt based, equity-based, cause-based, rewards based, software value token, donation based, litigation, इत्यादि.

1. Equity-based crowdfunding
इस प्रकार के crowdfunding, में investors ज्यादातर समय में बड़े amounts of money को invest करते हैं ताकि वो startup में बड़ी piece equity का पा सकें. ज्यादातर समय equity-based crowdfunding company के growth के लिए की जाती है. भारत में इस प्रकार की crowdfunding को illegal माना गया है. SEBI (Securities and Exchange Board of India) ही एक ऐसी stakeholder जो की इसे legal बनाने के लिए guidelines frame कर सकती है.

2. Reward-based crowdfunding
इस प्रकार के crowdfunding बहुत ही आप पाए जाते हैं. जैसे की आप नाम से समझ सकते हैं इसमें investor को अपने investment के बदले में कोई tangible product मिलता है. उदहारण के लिए अगर आपको एक digital watches की startup है तब आपको अपने investors को अंत में digital watches के रूप में reward देना पड़ता है. ये भारत में पूरी तरीके से legal है.

3. Donation-based crowdfunding
इस प्रकार के Crowdfunding में Donors अपने हिसाब से किसी noble cause के लिए दान कर सकते हैं. ये दान कुछ भी amount की हो सकती है. यहाँ आखिर में donors को कोई reward नहीं मिलता है जैसे की Reward based में हुआ था. ये भारत में पूरी तरीके से legal है. यहाँ donors पुरे दिल से दान करते हैं हमारे society के भलाई के लिए. उदहारण के लिए Ratan tata जो की समय समय में बहुत donation करते हैं.

4. Debt-based crowdfunding
इस प्रकार के crowdfunding में आप company के security में invest करते हैं (जिसे की debt instrument भी कहा जाता है) जहाँ पर आपका मकसद होता है अपना पैसा company को loan के हिसाब से दो और बदले में company आपको specified interest rate पैसे return करेगी. इसके साथ दो प्रकार के debt instrument होते हैं secured और unsecured debt instruments. Interest rates भी typically based इनके level of risk के साथ associated होते हैं किसी भी particular startup या entity के साथ. ये भारत में legal है.

5. Public-Private Partnership (PPP) जो की based होती है equity-based model पर, ये मुख्य रूप से practice की जाती है भारत के crowdfunding में.

क्राउडफंडिंग के उदहारण भारत में
वैसे तो भारत में आपको बहुत से उदहारण देखने को मिल जायेंगे Crowdfunding को लेकर, लेकिन यहाँ में आप लोगों को कुछ उदहारण के बारे में बताने वला हूँ.

1.  नए generation artists को सही तरीके से train करने के लिए एक crowdfunding campaign की शुरुवात करी गयी थी जिसका मूल उद्देश्य ही था की कैसे Koodiyattam के theatre art form को preserve किया जाये.

2.  वहीं एक Paralympic badminton star हैं Mark Dharma जिनके पास पैसे नहीं थे parabadminton में participate करने के लिए इसलिए एक crowdfund की शुरुवात करी गयी जिससे उनके पुरे सफ़र का खर्चा उठाया गया और उन्होंने Thailand में हो रहे Parabadminton International 2017 में बड़े बड़े कीर्तिमान स्थापित किया.

भारत के famous Crowdfunding Platforms क्या हैं ?
वैसे देखा जाये तो भारत में मेह्जुदा बहुत सारे Crowdfunding platform मेह्जुद हैं लेकिन उनमें से कुछ ही अपना एक स्वतंत्र स्थान बना पाए हैं. यहाँ में आप लोगों को उन्ही famous Crowdfunding platform के विषय में बताने वाला हूँ.

Famous Crowdfunding platforms :
Wishberry, Milaap, Miracle Foundation, RangDe CrowdCube and Seedrs जो की भारत में बहुत ही अच्छा perform कर रहे हैं.

Wishberry funds का मुख्य काम creative artists के लिए काम करना है.
वहीँ Milaap मुख्य रूप से Charities के लिए काम करता है.
Miracle Foundation मुख्य रूप से अनाथ बच्चों या orphans के लिए काम करता है.
RangDe एक internet-based peer-to-peer micro-lending platform जो की पुरे भारतवर्ष में स्तिथ rural entrepreneurs को low-cost loans प्रदान करता है जिससे की वो अपने काम अच्छे और सुचारू ढंग से कर सकें.
आख़िरकार CrowdCube और Seedrs ऐसे Internet platforms जो की छोटे companies को shares issue करने में मदद करते हैं. ये Shares वो उन registered users को प्रदान करते हैं जिन्होंने की उस companies में अच्छे returns के लिए कुछ investment किया है.
इसके साथ अब कई ऐसे platforms भी उठ खड़े हुए हैं जिन्हें की Scientific projects में ज्यादा funding देने के लिए बनाया गया है, एक ऐसा ही Crowdfund है experiment.com और दूसरा है The Open Source Science Project.

क्राउडफंडिंग के Benefits क्या हैं ?
वैसे देखा जाये तो Crowdfunding के बहुत से सारे benefits हैं लेकिन मैंने यहाँ कुछ महत्वपूर्ण को ही आपके सामने लाने की कोशिश करी है.

Crowdfunding, में कोई भी formal banking system न होने के कारण ये process ज्यादा खतरनाक नहीं है.
ये बहुत ही efficient system है और इसमें बहुत कम time लगती है.
ये innovation और entrepreneurship की productivity को काफी हद तक बढ़ा देती है.
इसकी मदद से छोटे छोटे industries अच्छा तरक्की कर सकते हैं अगर सही guidance मिली तब.
ये business policy को करने की तरीके को बहुत आसान बनाता है.
इसके बहुत सारे applications हैं जैसे की इससे बहुत ही creative work जैसे की blogging, journalism, music, independent film, और startup companies को आगे काम करने के लिए funding मिल जाती है.
ये बहुत ही अच्छा जरिया है समाज को कुछ लौटाने का.
ये creators को allow करता है low-cost capital attain करने के लिए.
Crowdfuding से ज्यादा publicity, बेहतर customer base, और जल्द अच्छे employees का मिलना बिलकुल ही आसान बन जाता है.
ये लोगों को दान करने का और invest करने का एक अच्छा platform प्रदान करता है, जिससे सही लोगों तक सही चीज़ पहुँच सके.
ये जातपात और लिंग भेद को नहीं मानता है और सभी लोगों को समान दृष्टी से देखता है जिससे समाज में समानता लायी जा सके.
ये मेहेंगाई को कमाता है. ये platforms search और transaction costs को कमाता है जिससे की ये बेहतर रो से market में participate कर सके.
ये individual investors के लिए अच्छे और neglected markets के द्वार खोल देता है.
यहाँ Investors के होने से companies की value बढ़ जाती है और इसके साथ वो भी companies को value add करते हैं.
क्राउडफंडिंग के Demerits क्या हैं ?
जैसे की हम सब जानते हैं की सभी चीज़ों के दो पहलु होते हैं ठीक वैसे ही Crowdfunding के भी दो पहलु हैं एक इसके benefits जिसके बारे में हम पहले ही जानते हैं अब चलिए समझते हैं की इसके मुख्य demerits क्या हैं.

ये थोडा risky होता है नए small-scale investors और entrepreneurs के लिए और जिसके चलते ये ज्यादातर समय fail हो जाते हैं इस नए venture में.
यहाँ Reputation में आंच आने का भी खतरा रहता है अगर सही समय में goals और targets न पहुँच सके तब ये interest generate करने में कामयाब नहीं होता है जिसके चलते ये public failure भी हो सकता है.
Intellectual Property (IP) protection भी issue किया जा सकता है creators के हिसाब से जो की crowdfunding में engage रहते हैं क्यूंकि उन्हें अपने final product के विषय में पहले ही पूरी public के सामने दिखाना होता है जो की इसके copy होने के risk को बहुत बढ़ा देती है.
इसमें एक risk ये भी है की अगर समान network of supporters के पास बार बार जाया जाये तब campaign को सही तरीके का support नहीं मिल सकता है जो की बाद में एक बड़ा failure भी बन सकती है.
चूँकि ये किसी भी regulatory framework के अंतर्गत नहीं आता है इसलिए इसका public misuse होने का डर हमेशा से लगा रहता है.
चूँकि इसमें कोई भी formal banking system नहीं होता है इसलिए यहाँ पर chances ज्यादा है की यहाँ fraud और money laundering ज्यादा हो.
यहाँ creditworthiness और enforceability का खतरा भी बना रहता है.
इसके साथ यहाँ expertise की हमेशा कमी रहती है क्यूंकि यहाँ novice की ration कम ही रहती है.
जैसे की हम जानते हैं की भारत में startup sector अब भी immature है इसलिए यहाँ failure होने के chances बहुत ज्यादा हैं.
कैसे Crowdfunding को एक Success बनाया जा सकता है ?
अगर Crowdfunding को पूरी तरह से सफल करना है तब कुछ चीज़ों को ख़ास तोर से देखना पड़ेगा.

जैसे की Fraud और illigal activities को कम करने के लिए पूरी transparency और accountability
का होना अनिवार्य है.
Social media का इस्तमाल Awareness Spread करने के लिए होना चाहिए.
हमेशा ये ध्यान देना चाहिए की पैसे सही लोगों तक ही पहुंचे और कम से कम लोगों के संस्पर्श में आये.
सभी Details की सही रूप से Documentation हो जिससे की जमा हुए funds की misuse न हो.
Crowdfunding और Entrepreneurship को support करने के लिए भारत में laws होने चाहिए.
लोगों का नजरिया Crowdfunding को लेकर बदलना चाहिए.
Private Entities को लेकर जो belief है वो बदलना चाहिए की वो पूरी तरीके से profit oriented नहीं होती हैं.
इसके साथ भारत में अगर Crowdfunding को successful बनाना है तब एक pro-business environment को जरुर स्थापित करना चाहिए.

मुझे पूर्ण आशा है की मैंने आप लोगों को Crowdfunding क्या है? के बारे में पूरी जानकारी दी और में आशा करता हूँ आप लोगों को Crowdfunding क्या है के बारे में समझ आ गया होगा. मेरा आप सभी पाठकों से गुजारिस है की आप लोग भी इस जानकारी को अपने आस-पड़ोस, रिश्तेदारों, अपने मित्रों में Share करें, जिससे की हमारे बिच जागरूकता होगी और इससे सबको बहुत लाभ होगा. मुझे आप लोगों की सहयोग की आवश्यकता है जिससे मैं और भी नयी जानकारी आप लोगों तक पहुंचा सकूँ.