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Health and Fitness in Hindi

सेहत एवं तंदुरुस्ती
साधारण शब्दों में स्वस्थ एवं तंदुरुस्त होने का मतलब शरीर की अच्छी देखभाल है। हमें याद रखना चाहिए कि एक स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मन का निवास होता है। दिमाग एवं शरीर दोनो ही का अच्छा स्वास्थ्य व्यक्ति को जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए जरूरी उर्जा स्तर को बनाए रखने में मदद करता है। हम सभी को अच्छी सेहत प्राप्त करने के लिए प्रयत्नशील रहना चाहिए।



हानिकारक पदार्थ के सेवन से अपने शरीर की रक्षा करना, नियमित व्यायाम करना, उचित भोजन एवं नींद लेना आदि एक स्वस्थ जीवन शैली को परिभाषित करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण उदाहरण है। तंदुरुस्ती हमें बिना सुस्ती, बिना थकान एवं बेचैनी के हमेशा अपनी गतिविधियों के प्रदर्शन करने के योग्य बनाता है।

एक स्वस्थ एवं तंदुरुस्त व्यक्ति बिना किसी बड़ी अस्वस्थता या शारीरिक परेशानी के जीवन को पूरे उत्साह से जीने में समर्थ होता है। स्वस्थ होने का मतलब सिर्फ किसी व्यक्ति के शरीर का स्वस्थ होना ही नहीं है बल्कि इसमें उसकी मानसिक स्थिरता एवं आंतरिक शांति भी शामिल है।

मनुष्य के स्वस्थ जीवन शैली के लिए आम तौर पर, स्वस्थ आहार के अवयवों में उचित एवं पोषक भोजन जिसके अंतर्गत हरे और ताजा सब्जियां एवं फल, दूध, अंडे, प्रोटीन एवं जरूरी विटामिनों का सेवन आदि शामिल हैं। योगाभ्यास एवं अपनी दिनचर्या में नियमित रूप से व्यायाम के समावेश से रक्त में शर्करा के स्तर का नियंत्रण एवं रोग प्रतिरक्षा शक्ति के विकास द्वारा आप अपनी वांछित तंदुरुस्ती कायम रख सकते हैं।

अच्छी आदतें आपके शारीरिक सौष्ठव, मानसिक संतुलन, बेहतर तरीके से कार्यों को करने की क्षमता इत्यादि को बढ़ाती है, जिससे आप एक तनाव मुक्त जीवन जीते हैं और आपका मिजाज खुश रहता है और आपकी ऊर्जा भी उच्च स्तर पर बनी रहती है।

प्रत्येक व्यक्ति को चाहिए कि वह अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता दे; एक भी दिन ऐसा नहीं जाना चाहिए जिसमें शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए प्रयास ना किया जाए। आपका प्रसन्नचित्त रहना आपके अच्छे स्वास्थ्य एवं उच्च मानसिक शक्ति से सीधे तौर से संबंधित है।

निष्कर्ष: एक व्यक्ति के लिए यह सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है कि वह अपनी सेहत पर ध्यान दे। स्वस्थ जीवन शैली अपनाकर ही आनंद, सफलता एवं उपलब्धियों से भरा जीवन जिया जा सकता है।

सेहत को आम तौर पर, प्रमुख तीन मानकों -- शारीरिक, मनोवैज्ञानिक और शरीर में पोषक तत्वों की उपस्थिति - के आधार पर मापा जा सकता है। शारीरिक स्वास्थ्य का मतलब है, किसी व्यक्ति का शारीरिक अवस्था; पोषण स्वास्थ्य का मतलब है शरीर में जरूरी पोषक तत्वों की पर्याप्त उपस्थिति जिससे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है और शरीर विभिन्न बीमारियों से लड़ सकता है। मानसिक स्वास्थ्य का तात्पर्य है जीवन के सभी परिस्थितियों में धैर्य, शांति और मानसिक संतुलन बनाए रखने के लिए एक व्यक्ति में पर्याप्त क्षमता का मौजूद होना।

स्वास्थ्य रक्षा क्षेत्र के पेशेवरों का मानना है कि कोई भी व्यक्ति खराब स्वास्थ्य रक्षा शक्ति एवं तंदुरुस्ति में कमी की वजह से ही विभिन्न बीमारियां जैसे कैंसर, मधुमेह, अवसाद, सुस्त मानसिक अवस्था, इत्यादि के गिरफ्त में आ जाता है। अस्वास्थ्यकर जीवन जीने से कई बार समय से पूर्व मृत्यु भी हो जाती है। मोटापा एवं शारीरिक क्षमता में कमी की वजह से युवा पीढ़ी भी मधुमेह, हृदय रोग और अन्य गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं के चपेट में आती जा रही है।

चलना, दौड़ना, साइकिल चलाना, खेल, तैराकी, बागवानी, बाधा दौड़, वजन उठाने का अभ्यास एवं योग इत्यादि महत्वपूर्ण गतिविधियां हैं जिनकी मदद से हम स्वस्थ एवं तदुरुस्त जीवन जी सकते हैं।

एक व्यक्ति जो शारीरिक और मानसिक दोनों ही रूपों से तंदुरुस्त होता है जीवन के विभिन्न उतार-चढ़ावों का मजबूती से सामना कर पाता है और परिस्थितियों में भारी बदलाव भी उसे प्रभावित नहीं कर पाती।

प्रत्येक व्यक्ति को बाहर धूप में कुछ समय जरूर बिताना चाहिए और ताजी हवा का सेवन भी करना चाहिए। साथ ही स्वास्थ्य वर्धक गतिविधियों में भाग लेना चाहिए। सक्रिय रहने से ही आप ऊर्जावान बने रह सकते हैं।

स्वास्थ्य को प्रभावित करने वाले विभिन्न घटकों में से निम्नलिखित सात मुख्य घटक हैं जो अच्छे शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य तथा तंदुरुस्ती को सुनिश्चित करते हैं।:

हृदय तथा रक्तवाहिकाओं संबंधी / वातापेक्षी अनुकूलन
शक्ति बढ़ाने के लिए प्रशिक्षण और मांसपेशियों का
फैलाना- माशपेशियों, अस्थिबंधनों (लिगामेंट्स) एवं पुट्ठों को
आंतरिक स्थिरिता – शारीरिक एवं मानसिक दोनो
पोषण एवं पूरक – संतुलित आहार
मानसिक आराम एवं विश्रीम – संतुलित जीवन शैली
नींद– नियमित रूप से नींद लेना
पोषक तत्वों से समृद्ध भोजन, व्यायाम, पर्याप्त नींद लेना, हानिकारक पदार्थों के सेवन से परहेज इत्यादि कुछ आसान उपाय हैं जिनकी सहायता से सेहतमंद एवं तंदुरुस्त रहा जा सकता है। ये सभी सीधे तौर पर हमारी मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक स्वास्थ्य से संबंधित हैं।

शारीरिक तंदुरुस्ती एवं मानसिक स्वास्थ्य हमारे सेहतमंद जीवन के अनिवार्य अंग हैं। एक सक्रिय और स्वस्थ जीवन शैली के लाभों को किसी भी तरह नकारा नहीं जा सकता।

आप चाहें तो अपनी गतिविधि का स्तर थोड़ा बढ़ा सकते हैं या आप एक तंदुरुस्ती बढ़ाने वाली योजना के अनुसार भी चल सकते हैं जिससे आपको लंबे समय में निश्चित रूप से लाभ होगा। व्यायाम आपके शरीर के विभिन्न अंगों की सेहत के लिए अच्छा है और यह अपके शरीर को मजबूत बनाता है।

स्वस्थ जीवन व्यतीत करने के लिए पोषक आहार एवं तंदुरुस्ती जरूरी हैं। सही पोषक आहार खाने से तथा सही मात्रा में व्यायाम करने से ना केवल हम अच्छा दिख सकते हैं और मसूसस कर सकते हैं बल्कि इससे हम जीवन के लिए खतरनाक रोगों के संक्रमण से भी बच सकते हैं।

संतुलित, स्वस्थ एवं तंदुरुस्त जीवन जीने के लिए जरूरी उपाय:

शरीर में आवश्यक जल की कमी ना होने दें - पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं।
खाना खाने से पहले एवं बाद में हाथ धोएं - स्वच्छता बनाए रखें।
नियमित व्यायाम।
पोषक तत्वों का सेवन।
नियमित, गहरी नींद।
निष्कर्ष: अच्छी सेहत का मतलब सिर्फ स्वस्थ शरीर ही नहीं होता बल्कि मानसिक हालात भी स्वस्थ होने चाहिए। हमारा स्वास्थ्य कई कारकों जैसे कि भोजन, प्रदूषण, नियमित रूप से नींद लेने की आदत, ताजी हवा, पानी, धूप और स्वस्थ मानसिक हालत पर निर्भर करता है। सुबह की सैर और शारीरिक व्यायाम हमारे मन और शरीर की तंदुरुस्ती सुनिश्चित करने में बहुत मददगार हैं।